हिंदी गद्यांश महत्वपूर्ण क्विज 02

गद्यांश हिंदी प्रैक्टिस सेट 02 – Exam Test Hub

निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए। भारत भयंकर अंग्रेजी मोह की दुरवस्था से गुजर रहा है। इस दुरवस्था का एक भयानक दुष्परिणाम यह है कि भारतीय भाषाओं के समकालीन साहित्य पर उन लोगों की दृष्टि नहीं पड़ती जो विश्वविद्यालयों के प्रायः सर्वोत्तम छात्र थे और अब शासन-तंत्र में ऊँचे ओहदों पर काम कर रहे हैं। इस दृष्टि से भारतीय भाषाओं के लेखक केवल यूरोपीय और अमेरिकी लेखकों से हीन नहीं हैं, बल्कि उनकी किस्मत मिस्र, बर्मा, इंडोनेशिया, चीन और जापान के लेखकों की किस्मत से भी खराब है क्योंकि इन सभी देशों के लेखकों की कृतियाँ वहाँ के अत्यंत सुशिक्षित लोग भी पढ़ते हैं। केवल हम ही हैं जिनकी पुस्तकों पर यहाँ के तथाकथित शिक्षित समुदाय की दृष्टि प्रायः नहीं पड़ती। हमारा तथाकथित उच्च शिक्षित समुदाय जो कुछ पढ़ना चाहता है, उसे अंग्रेजी में ही पढ़ लेता है, यहाँ तक कि उसकी कविता और उपन्यास पढ़ने की तृष्णा भी अंग्रेजी की कविता और उपन्यास पढ़कर ही समाप्त हो जाती है और उसे यह जानने की इच्छा ही नहीं होती कि शरीर से वह जिस समाज का सदस्य है उसके मनोभाव उपन्यास और काव्य में किस अदा से व्यक्त हो रहे हैं। 1. भारतीय लेखकों की किस्मत खराब है क्योंकि-

Correct! Wrong!

2. उपयुक्त शीर्षक दीजिए-

Correct! Wrong!

3. भारत का सुशिक्षित समाज कौन-सा साहित्य पढ़कर संतुष्ट हो जाता है?

Correct! Wrong!

4. भारतीय भाषाओं के साहित्य के प्रति समाज के किस वर्ग में अरुचि की भावना है?

Correct! Wrong!

5.भारतीय भाषाओं के लेखक अमेरिकी, यूरोपीय तथा चीन, बर्मा, जापान के लेखकों से भी हीन हैं, क्योंकि-

Correct! Wrong!

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